विज्ञान क्या है
प्रश्न 1- विज्ञान क्या है ? प्राकृतिक विज्ञान की प्रमुख शाखाओं का विवरण दीजिए।
उत्तर :- “विज्ञान वह क्रमबद्ध (systematic), सुसंगठित (well organised) ज्ञान है जो भली-भाँति परीक्षित (tested), सत्यापित (verified), सुव्यवस्थित एवं वर्गीकृत (classified) प्रेक्षणों (observations) पर आधारित होता है।”
प्राकृतिक विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Natural Science)-वस्तुतः विज्ञान, वैज्ञानिक विधि द्वारा प्राकृतिक घटनाओं का ज्ञानार्जन है; अतः विज्ञान का सही नाम प्राकृतिक विज्ञान ही है । प्राकृतिक विज्ञान की मुख्य शाखाएँ निम्नलिखित हैं
1- खगोल विज्ञान (Astronomy)-इसमें सूर्य,चन्द्रमा तथा तारों आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हैं
2- भू-विज्ञान (Geology)-इसमें पृथ्वी,नदी,पर्वत, चट्टान आदि की बनावट से सम्बन्धित ज्ञान होता है ।
3- जन्तु विज्ञान (Zoology)– यह जीवन तथा प्राणियों के अध्ययन की शाखा है ।
4- वनस्पति विज्ञान (Botany)—इसके अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों का अध्ययन किया जाता है
5- भौतिकी (Physics)-इसके अन्तर्गत द्रव्य,ऊर्जा तथा उनकी तुल्यता का अध्ययन किया जाता है ।
6- रसायन विज्ञान (Chemistry)—इसमें पदार्थों के गुणधर्म, संघटन, उपयोग, बनाने की विधियों तथा परस्पर होने वाली क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है ।
प्रश्न 2. केमिस्ट्री की उत्पत्ति’ नामक शीर्षक पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
उत्तर : केमिस्ट्री की उत्पत्ति केमिस्ट्री’ शब्द की उत्पत्ति के बारे में अनेक मत प्रचलित हैं। जिनमें से एक मतानुसार, केमिस्ट्री’ शब्द की उत्पत्ति मिस्र देश के प्राचीन नाम कीमिया’ से हुई है । कीमिया शब्द का अर्थ है-काला रंग। मिस्र देश की मिट्टी का रंग काला होने के कारण उसका नाम कीमिया पड़ा । अधिकांश मिस्रवासियों को रसायन का विशेष ज्ञान था। उन्होंने ‘रसायन’ को ‘केमिटेक्ने’ नाम दिया,जो बाद में बदलकर ‘केमिस्ट्री’ कर दिया गया।
प्रश्न 3. विज्ञान की परिभाषा लिखिए।
उत्तर : “विज्ञान वह क्रमबद्ध, सुसंगठित ज्ञान है, जो भली-भाँति परीक्षित, सत्यापित, सुव्यवस्थित एवं वर्गीकृत प्रेक्षणों पर आधारित होता है।
प्रश्न 4. किन्हीं तीन भारतीय रसायनज्ञों और उनकी महत्त्वपूर्ण खोजों के नाम लिखिए।
उत्तर : तीन भारतीय रसायनज्ञों और उनकी महत्त्वपूर्ण खोजों का विवरण निम्नवत हैं
- आचार्य प्रफुल्लचन्द्र राय (1861-1944)—पारे के नाइट्राइट यौगिक को सर्वप्रथम तैयार किया। इन्होंने अमोनियम नाइट्राइट के बनाने की विधियों का विस्तारपूर्वक उल्लेख किया।
- डॉ० शान्तिस्वरूप भटनागर (1894-1955)–इन्होंने अणुओं के चुम्बकीय गुणों और उनकी रचना के सम्बन्ध में अनेक बातों का पता लगाया और इनके लिए एक यन्त्र भी तैयार किया। इन्होंने मिट्टी के तेल की रोशनी की ताकत बढ़ाने, मिलों के कूड़े-करकट को उपयोगी बनाने,बिना गंध के मोम तैयार करने,मिलों के गूदड़ से पशमीना सिल्क बनाने, जूट से गूदड़ बनाने तथा बिनौले के तेल से बैकेलाइट बनाने में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की । इन्होंने कोलॉइडी विलयन के गुणों के सम्बन्ध में अनेक उपयोगी तथ्यों की खोज की।
- डॉ० आत्माराम (1908-1983)-इन्होंने फेनिल काँच, सिलेनियम रहित लाल काँच आदि के बनाने की विधियों का विकास किया।
प्रश्न 5. कुछ एन्टिबायोटिक औषधियों के नाम लिखिए।
उत्तर : पेनिसिलिन, स्ट्रेप्टोमाइसिन, ओरोमाइसिन, क्लोरोमाइसीटिन आदि प्रमुख एन्टिबायोटिक (प्रतिजैविक) औषधियाँ हैं।
विज्ञान क्या है
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